Rich dad poor dad book summery in hindi



 हेलो दोस्तो इस बार मे रिच डेड पुअर डेड बुक की समरी लेकर आया हु। अगर आप इसे खरीदने की इच्छा रखते है तो आप इसे नीचे दी गयी लिंक से खरीद सकते है। 

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तो चलो सुरु करते है -

About book

क्या किसी के दो डेड हो सकते है? लेकिन इस बुक के राइटर के थे | उनके रिच डेड उन्हें पैसे की इम्पोर्टेंस सिकते है और पुअर डेड वैल्यूज की | तो राइटर को अपने दोनों डेड के एक्सपेरिएन्सेस से काफी कुछ सीखने को मिला जो वो अपने राइडर्स के साथ शेयर करते है,


इस बुक में हम क्या सीखेंगे ?

. अमीर लोग पैसे के लिए काम नही करते , बल्कि पैसा उनके लिए काम करता है|

. आप कितना कमाते है इससे ज्यादा मायने रखता है कि आपके आप पास कितना है|

. अपने काम से कम रखना सीखिए|

. टैक्स किस तरह काम करते है|

. अमीर लोग पैसा इंवेंट करते है|

. सीखने के लिए काम करिये , पैसे के लिए नही|

. सीखिये लाइफ की हेरडेल्स को किस तरह दूर किया जाता है|

. शुरुवात कीजिये|


ये बुक किस किसको पढना चाहिये?

बेशक ये बुक हर किसी के काम आ सकती है, हर वो जो अमीर बनना चाहते है वो इस बुक से सिख सकते हैकि पैसे से पैसे कैसे कमाया जाता है| अमीर बनना भी एक आर्ट है और इस आर्ट को सीखने के लिए इस बुक के की आइडियाज आपकी काफी हेल्प करेंगे|


इस बुक के ऑथर कोन है?

रोबर्ट टोरी कियोसकी एक अमेरिकन बुसिनेस मेंन और ऑटोर है, उनका जन्म 8 अप्रैल 1947 को हुआ था | कियोसकी रिच ग्लोबल llc  और रिच डेड कंपनी के फाउंडर है | 

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रोबर्ट कियोसकी जो इस किताब के लेखक है, उनके दो पिता थे |उनके एक पिता जो पढ़े लिखे , phd  होल्डर थे मगर जिंदगी भर गरीब ही रहे और गरीबी में ही मरे | इसीलिए रोबर्ट उन्हें पुअर डेड कहते थे| वही उनके दूसरे पिता बहुत पढ़े लिखे तो नही थे मगर बहुत अमीर थे | उन्हें रोबर्ट रिच डेड बुलाते थे | अब ये सोचने की बात हैकि किसी भी इंसान के दो पिता कैसे हो सकते है|

उनके गरीब पिता का बस एक ही सपना था कि रोबर्ट खूब मेहनत से पढ़ाई करके किसी बड़ी सी कंपनी नोकरी करके अपने फ्यूचर सुरक्षित कर ले | मगर रोबेर के दूसरे पिता जो अमीर थे , वे दरहसल रोबर्ट के दोस्त माइक के पिता थे| वे चाहते थे रोबर्ट अपनी जिंदगी में चैलेंज ले | क्योकि सारे सबक स्कूल में नही सीखे जाते| कुछ सबक ऐसे होते हैजिन्हें इंसान अपने तजुर्बा से सीखते है| स्कूली बच्चे पढ़ाई सिर्फ अच्छे ग्रेड्स दिल सकती है मजार जिन्दकि पढ़ाई बहुत कुछ सिखाती है | बेशक पढ़ाई लिखाई की अपनी आहमित है मगर इसके बरोशे बैठकर ही सब कुछ हासिल नही किया जा सकता |


Lesson 1:  अमीर लोग पैसे के लिए काम नही करते 

एक बार एक आदमी था जिसके पास एक गधा था | जब भी उसे अपने गधे से मेहनत करवानी होती थी तो वे एक गाजर को उसके सामने लटका देता था| उस गाजर को देखे ही गधा उसे खाने के लालच में कंकर्ता चल जाता था | उसे उमीद थी कि एक दिन वो उस गजर तक पहुच ही जायेगा | अब ये उस आदमी के लिये तो अछि तरकीब बन गयी मगर बेचारे गधे को कभी भी वो गाजर नही मिल पाई | क्यों? इसीलिए की  वो गाजर बस एक छलावा है| बहुत से लोग ठीक उस गधे की तरह ही होते है| वे मेहनत पर मेहनत किये चले जाते है ,इस उमीद से की एक दिन वे अमीर बन जाएंगे| मगर उनके लिए पैसा कमाना एक सपना ही राह जाता है| इस सपने के पीछे भागने से आप उस तक कभी नही पहुच सकते| तो पैसे के लिये काम केने के बजाए पैसे को अपने  लिए काम करने दे |

जब आप अमीर बनना चाहते हो तो सिर्फ पैसे कमाने के लिए काम न करे| क्योंकि जैसे ही हम अमीर बनने की राह में कदम बढ़ाते है, हमारा डर और लालच हुम् पेर हावी है ओने लगता है कि कही हम  गरीब के गरीब ही न राह जाए | इसी डर से हम और ज्यादा मेहनत करने में जुट जाते है| फिर हमारा लालच हम पेर हावी होने लगता है | हुम् उन सारि खूबसूरत चीजो की कल्पना करते है जो पैसो से हासिल की जा सकती है| अब यही दर और लालच हमे ऐसे चक्र में ओल्गा देता है जो कभी खत्म नहीं होता| तो अब हम और मेहनत से करते हैकि और ज्यादा कमा सके और फिर हमारा ख़र्च भी उसी हिसाब से बढ़ने लगता है| इसको ही अमीर डेड retrace  कहते है|

अब इसका नतीजा ये हुआ कि हम पैसे कमाने के लिए हद से ज्यादा मेहनत करते है,खर्च करते है| ये एक ट्रेप है| और आपको दर और लालच का ये ट्रैप अवॉयड करना  है क्योंकि हम में से अधिकतर लोग जो अमीरजो होना चाहते है, इसी ट्रैप का शिकार हो जाते है | पैसे के पीछे मत भागिए बल्कि पैसे को अपने पीछे भागने के लिए मजबूर कर दीजिए | आपकी नौकरी लगी है टोकं पेर ये सोचकर मत जाइए हर महीने आपको एक पे चेक लेना है | क्योंकि वह पे चेक आपके सारे बिल्स मुश्किल से भर पाता है| ये हर महीने की कहानी बन जाती है | फिर तांग आकर आप कोई दूसरी नौकरी ढूंढकर और ज्यादा मेहनत करने लगते है| लेकिन तभ भी आप पैसे के लिए काम कर रहे होते है| और यही वजह की आप कभी अमीर नही बन पाते|

lesson 2: -   सच का सामना कीजिये 

आप खुद के लिए जवाबदेही है दुसरो के लिए नही|तो आपके जो भी सवाल है , खुद से पूछिए क्योंकि उनका जवाब सिर्फ आपको ही पता है| क्या आप सिर्फ इसीलिए काम कर रहे है कि आपकी जिंदगी में सेकुरिटी रहे ? या एक ऐसी नोकरी जहा से आपको निकले जाने का डर न हो या सिर्फ आप पैसे कमाने के लिए काम करते है? और आपको लगता है आप इस तरह एक दिन अमीर ओ जाएंगे | क्या बस यही आपको संतुष्ट करने के लिए काफी है| अगर आपका जवाब है है  तो मुझे आपकी सोच पर अफसोस है क्योंकि आपने जो अमीर बनने का सपना देखा है वो कभी पूरा नही होने वाला| आप हमेशा गरीबी में ही जियेंगे| अगर आपका जवाब न है तो आपका पहला कदम ये होगा कि सबसे पहले अपने मन से डर हटा दीजिये क्योंकि पैसा न कम पाने का डर और लालच आपको बिना सोचे समझे काम करने के लिए मजबूर करता है|


लियाबिटीएस और एसेट्स के बीच फर्क समझे और एसेट्स ख़रीदे|

सुनने में बड़ी आसान बात लगती है | लेकिन यही एक रूल है जो आपको अमीर बनने में मदद करेगा | अक्शर गरीब और मिडिल क्लास लोग लाएबिलिटीएस को एसेट समझ लेते है| मजार अमीर जनता है कि असल मे एसेट्स होते क्या है और वो वही खरीदता है | अमीर डैड कीस प्रिंसिपल पर यकीन रखते है जिसका मतलब है कीप इट सिंपल,स्टुपिड | उन्होंने लेखक और माइक को एहि सिंपल बात सिखायी। जिसकी बदौलत वे इतनी मजबूत फाउंडेशन रखने में कामयाब रहे|


एसेट्स का कॅश फ्लो पैटर्न कुछ इस तरह दिखता है;

इनकम स्टेटमेंट 

बैलेंस शीट 

इनकम स्टेटमेंट को प्रॉफिट और लॉस का स्टेटमेंट मानकर चलना चाहिए | इसका सिंपल सा मतलब है कि इनकम आपके पास कितना पैसा आया और एक्सपेंस है कि आपके पास कितना खर्च हुआ | बैलेंस शीट एसेट्स और लियाबिटीएस के बीच बैलेंस बताती है |

 

लियाबिटी में कैश फ्लो कुछ इस तरह होगा ;

इनकम स्टेटमेंट 

बैलेंस शीट

अब ये चार्ट देखने बहुत सिंपल है , इसे आसानी से लोगो को समझाया जा सकता है| एसेट्स वो चीजे होते जो आपके लिए पैसे कमाने के लिए काम करती है |इसके उलट लियाबिटी आपकी जेब से आपसे खर्च करवाती है |

इसीलिए एसेट्स खरीदे लियाबिटीएस नही|


मिडिल क्लास का कॅश फ्लौ ;

इनकम स्टेटमेंट 

बालने शीट 

ये चार्ट दिखता है कि मिडिल क्लास आदमी अपना सारा पैसा किस तरह किस खर्च करता है और अगर यही उनका तरीका रहता है तो सारी जिंदगी वे मिड्ल क्लास ही रह जाते है | या क्या पेट इससे भी नीचे चले जाएं क्योंकि उनका सारा पैसा लियाबिटी में ही खर्च हो रहा है| कभी मोर्टेज , कभी रेंट , कार लोन, हाउस लोन, क्रेडिट कार्ड का बिल और भी न जाने क्या क्या | उनकी सारी कामहि इसमे ही खर्च हो जाती है|

दूसरी और गरीब लोग जिनकी कोई लियाबिटी तो नही है लेकिन इनके पास कोई एसेट्स भी नही होते | वे पैसा कमाते है, सैलरी पाते हैमजर हर रोज के खर्चो में में उनका सारा पैसा उड़ जाता है|

अधिकतर अमीर लोग दिमाग से कम लेते है वे घर लोन पेर लेते है और उसे किराये पेर दे देते है| बिना मेहनत किये हर महीने किराया लेते है | जिससे वे बैंक का कर्ज चुका देते है और फ्री में मकान भी खरीद लेते है|

1960 के दिनों में अगर बच्चो से पूछा जाता था कि वे बड़े होकर क्या बनना चाहते है तो सबके पास एहि जवाब होता था कि वे के अच्छे ग्रेड्स लाएंगे और डॉक्टर बनेंगे | टैब सबको यही लगता था की अच्छे ग्रेड्स लेकर वे बहुत पैसा कमा सकेंगे | हालांकि उनमे से ही कुछ बच्चे आज बड़े होकर डॉक्टर बन चुके है | बावजूद इसके उनमे से कही लोग आज भी फाइनेंशियली strugle करते नजर आएंगे क्योंकि उन्हें हमेशा यही लगता था ज्यादा पैसा कमाने से उनकी सारी समस्या दूर हो जाएगी | मगर आज के दौर में ऐसा नही है | आज बहुत से बच्चे फेमस एथलीट बनना चएते है ये फिर सीईओ , या फिर कोई मूवी स्टार , या फिर रोकस्टार क्योंकि उन्हें पता है कि सिर्फ अच्छी पढ़ाई और अच्छे ग्रेड्स के बरोशे बैठकर वे कैरियर में सक्सेस नही पा सकते | आजकल फिनेन्सिअली

नेटमैर बहुत आम हो गया है|


16 साल के रोबर्ट और माइक अमीर डैड के साथ हर उस मीटिंग में जाया करते थे जो वे अपने accontant, मैनेजर्स, इन्वेस्टर और एम्प्लाइज के साथ करते थे  | यह एक ऐसे अमीर डैड देखने को मिलते है जो पड़े लिखे नही है , जिन्होंने 13 साल की रा में स्कूल छोड़ दिया था मगर आज वो मीटिंग्स करते है, अपने नीचे काम करने पड़े लिखे लोगो को आर्डर देते है उन्हें  बिज़नेस के टिप्स समझाते  है| एक ऐसा इंसान जो भीड़ का हिस्सा नही बना , जिसने रिस्क लिया और जिसने लगो की परवाह नाही की | जिसे ये डर नही था कि लोग उसके  बारे में क्या सोचेगें ? इस मीटिंग का नतीजा ये हुआ कि लेखक और उनका दोस्त दोनो ही सचोली पढ़ाई में मन न लगा सके|


एक कर्ज में डूबा समाज,जहा हम रहते है

अपने घर को एसेट समझना ही वो वजह है जो हमे कर्ज के भोज के नीचे दबती है| आज यही अधिकतर लोग की सोच है | अगर सैलेरी बड़ी है तो लोग सोचते है कि अब वे बड़ा घर  ले सकते है क्योंकि उन्हें ये अपने पैसे का सही इस्तेमाल लागत है| इसके बदले वही पैसा सही समय पर लगाया जाए तो तो उनकी जिंदगी हमेशा के लिए बदल सकती है| लेकिन ऐसा नही हो पाता क्योंकि उनका सारा वक्त हद थोड़ मेहनत करने में चला जाता है | अपनी सैलेरी को सेफ जोन समझकर वे उससे अलग कुछ भी सोच नही पाते | और साथ ही उन पर कर्ज का इतना भोज यही की वे नोकरी छोड़ने का रिस्क नही ले सकते |

आप कितने अमीर है , ये जानने का सही तरीका नेटवर्थ इसीलिए नही है क्योंकि जब भी आप अपने एसेट्स भेक्ट है तो उन पर भी टेक्स लगता है | आपको उतना पैसा नही मिलता जितना कि आप सोचते है | आपके बैलेंस शीट के हिसाब से आपको जितना भी पैसा मिलेगा उस पर भी आपको टेक्स देना पड़ेगा |

आपको किस तरह के असेट्स ख़रीदने चाहिए ? यह हम आपको कुछ उदारहण देते है ;

. ऐसा bussiness जहा आपकी मोजुदगी जरूरी न हो , जो दूसरे लोग आपके लिए चलाए|

. रियल एस्टेट में पैसा लगाए 

. स्टॉक और बांड खरीदे


Lesson ;  अमीर पैसा इंवेंट करते है 

अलेक्जेंडर ग्रैहम बेल् ने टेलीफोन इंवेंट करने के बाद उस पेटेंट कर दिया था | इनका बिज़नेस बाद और संभलने में मुश्किल होने लगा तो वे वेस्टर्न यूनिट गए और उन्हें अपना पेटेंट और छोटी सी कंपनी 1000000 डॉलर में बेचने की पेशकस की | उस वक्त वेस्टर्न यूनिट ने वह पेशकस टुकड़ा दी | उन्हें ये दाम कुछ ज्यादा लग रहे थे | उसके बाद फिर एक बड़ी कम्पनी at&t का जन्म हुआ |रोबर्ट 1984 में प्रॉफेशनल तऱीके से पढ़ रहा है | एक चीज जो हजारो लोगो को पढ़ने के बाद उन्होंने जानी की उन सब लोगो की पॉइंशल थी| बल्कि हर एक इंसान भी पोटेंशिअल है|जो हमे महान बना सकती है| इसके बाउजूद जो हमे रोकता है वो है खुद पेर डॉट करना| 

1. ऐसी opporcunity ढूंढ़िए जी और न ढूंढ़ सके हो;

याद रखिये आपकी दिमाग वो सोक सकता है जो बाकियो की आँखे न देख पाए 

2. पैसा बड़ाहिये

3. स्मार्ट लोगो को ऑर्गेनाइज कीजिये 

4. सिकने के लिए काम करे पैसे के लिए नही

        thank you

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